7 बड़े neend na aane ka karan किया आप भी हैं शिकार

neend na aane ka karan

आज कल भारत में neend na aane ka karan हर दूसरा व्यक्ति इस समस्या से गलत है कि उसे अच्छी नींद नहीं आ रही है। जब ऐसा होता है तो फिर लोग सर्च करते हैं, neend na aaye to kya kare, सर्च करने के बाद उनके सामने फिर यह समस्या आती है की टेबलेट खाओ। फिर वहां से आगे लोग सर्च करना शुरू करते हैं neend ki goli ka naam  फिर इंटरनेट पर बहुत सारी टैबलेट अवेलेबल होती है उनमें से जो भी लोगों को अच्छी लगती है मेडिकल स्टोर से खरीद लेते हैं और खाकर सो जाते हैं।

अगर आप इस आर्टिकल को पढ़ाते हुए यहां आए हैं तो जरूर आपने भी neend na aaye to kya kare सच क्या होगा। या फिर neend na aane ka karan सर्च किया होगा। शायद हो सकता है आपने इससे पहले कोई वीडियो देखी हो या कोई आर्टिकल पढ़ा हो। आपका सॉल्यूशन सही से नहीं मिला पर अब आपको घबराने की जरूरत नहीं है।

मैं हूं डॉक्टर शेख नासिर और आज के इस आर्टिकल में मैं आप लोगों के लिए neend na aane ka karan, और neend na aaye to kya kare इसके बारे में पूरी डिटेल से बताने वाला हूं। और इसके लिए मैं कोई neend ki goli ka naam नहीं बताऊंगा। अगर आप किसी टैबलेट की वजह से यहां आए हैं तो बेशक आप वापस जा सकते हैं। मैं एक आयुर्वेदिक डॉक्टर हूं और आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां पर ही भरोसा भी करता हूं।

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नींद हमारे शरीर के लिए बहुत ही जरूरी है। जितना खाना जरूरी है, उतना ही जरूरी होता है नींद। वैसे तो नींद नेचुरल चीज है, और अल्लाह ने हमारे लिए यह एक बहुत बड़ी नेमत प्रदान की है। पर कई लोगों में ऐसा होता है कि उन्हें नींद आती ही नहीं है यह एक बड़ी समस्या है। 

पर इतनी बड़ी भी नहीं है कि इसको सही किया ही नहीं जा सकता। लेकिन सही करने से पहले हमें यह जानना पड़ेगा की neend na aane ka karan क्या-क्या हो सकते हैं, भाई तभी तो हम इसको ठीक कर पाएंगे।  जब हमें कारण ही नहीं पता तो बताओ कैसे सही होगा। neend na aane ka karan कई हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:

1. तनाव और चिंता:

  • मानसिक तनाव हो या चिंता नींद को बहुत ज्यादा प्रभावित करते हैं, जिससे दिमाग को शांत करना मुश्किल हो जाता है। और हमें सोने के लिए दिमाग को चिंता मुक्त रखना पड़ेगा। यह भी एक neend na aane ka karan होता है।

2. असंतुलित जीवनशैली:

  • कई लोगों को देर रात तक जागना बहुत अच्छा लगता है, भले ही उन्हें यह चीज अच्छी लगती हो पर यह उसकी सेहत के लिए काफी खतरनाक साबित होता है यह बात शायद वह जानते नहीं होंगे। अनियमित सोने का समय, और  सुबह बहुत देर तक सोना या दिन में ज्यादा सोना भी नींद को प्रभावित करता है। जब दिन में आप ज्यादा सोएंगे तो जाहिर सी बात है, रात को जल्दी नींद नहीं आ पाएगी। यह भी एक neend na aane ka karan होता है।
3. कैफीन और निकोटीन:
  • कॉफिन और निकोटिन जैसे पदार्थों का सेवन करने से नींद प्रभावित होती है, खासकर अगर इन्हें शाम को या फिर रात के समय लिया जाए तो। पर दुर्भाग्य हमारे देश का यह कि हमारे ही देश में इन पदार्थों का इस्तेमाल बहुत ज्यादा किया जाता है। आज 95% युवा हमारे भारत में इन पदार्थों का यूज करते हैं। यही नहीं है कि इनका इस्तेमाल करते हैं, इसमें मजे की बात यह है। कुछ दिन बाद या कुछ साल बाद फिर सर्च करते हैं neend ki goli ka naam बताओ। है ना मजे की बात।  बहरहाल ईन पदार्थों के इस्तेमाल करने से भी neend na aane ka karan होता है।
  • कैफीन और निकोटीन: के ज्यादा इस्तेमाल से नींद की ही समस्या नहीं होती है। हृदय संबंधी रोगों, मधुमेह , ऑस्टियोपोरोसिस और अन्य बीमारियों को और भी करता है। साथ ही बदतर भी बना सकता है। कैफीन और निकोटीन: के इस्तेमाल से आपका रक्तचाप बढ़ जाता है। तो फिर नींद की समस्या क्या चीज है।
4. शारीरिक स्वास्थ्य समस्याएं:
  • ऊपर के तीन कर्म के अलावा कई बार ऐसा भी होता है कि हमारा शरीर स्वस्थ नहीं होता है। जैसे कि शरीर में लंबे समय से दर्द, सांस की समस्या, या अन्य चिकित्सा स्थितियां भी नींद में बाधा डाल सकती हैं।

5. पर्यावरण:

  • ऐसा तो बिल्कुल भी नहीं है की नींद ना आने की इन समस्याओं में पर्यावरण का साथ ना हो। आधुनिकता के इस दौर में शोर शराबा बहुत ज्यादा हो गया है खासकर शहरों में।  उजाला, या असुविधाजनक बिस्तर भी नींद में रुकावट पैदा कर सकते हैं।

6. डिप्रेशन:

  • कई बार देखा गया है डिप्रेशन या अवसाद नींद के पैटर्न को बदल सकता है, जिससे सोने में परेशानी हो सकती है। अगर यह समस्या कुछ दिनों तक लगातार बनी रही तो यह भी neend na aane ka karan बन जाता है।

neend na aaye to kya kare

अभी तक आपने neend na aane ka karan को जाना। इन कारण का निवारण को आपको जानना जरूरी है। अब यहां से हम कुछ ऐसे टिप्स जानेंगे जो neend na aaye to kya kare यह टिप्स हमारे लिए बहुत कारगर साबित होंगे। और आपको मैंने पहले ही बता दिया था कि मैं आपको neend ki goli ka naam नहीं बताऊंगा। मैं यहां आपको नेचुरल तरीके से नींद आने के  कई तरीके बताऊंगा।

भले ही इन तरीकों में आपको थोड़ा टाइम लगेगा एडजस्ट करने में, पर जब आप एडजस्ट कर लेंगे तो आपको किसी टैबलेट की जरूरत ही नहीं पड़ेगी।  टैबलेट से हमेशा साइड इफेक्ट होता है, जो हम आगे चलकर और डिटेल से जानने की कोशिश करेंगे। अगर आपको नींद नहीं आ रही है, तो आप निम्नलिखित तरीकों को आज़मा सकते हैं:

1. आरामदायक माहौल बनाएं:

  • आप हमेशा कोशिश करें कि आप जिस कमरे में सोते हैं। अपने उस कमरे का वातावरण और माहौल शांत रखें, धयान रहे सोते समय कमरे में अंधेरा हो और ठंडा रखें यानी कैमरा ज्यादा गम ना हो। इसके अलावा तेज़ रोशनी और शोरगुल से बचें। अगर कमरे में खिड़कियां हैं तो कोशिश करें कि उनको रात 8:00 बजे के आसपास ही खोल दे। जब आप 10:00 तक सोएंगे तो कमरा आपको ठंडा मिलने के चांस ज्यादा हो जाते हैं। neend na aaye to kya kare का यह पहला सेटअप है इसको आप जरूर करें।

2. रिलैक्सेशन तकनीकें:

  • अपने लोगों से कई बार सुना होगा की सोने से पहले हमें जिम या व्यायाम करने चाहिए। और कुछ लोग तो करते भी हैं। आप नींद ना आने की समस्या से परेशान है-तो। सोने से पहले ध्यान, प्राणायाम, या गहरी सांस लेने की तकनीकें जरूर आज़माएं। इससे दिमाग और शरीर को शांति मिलती है।

यह सब आपको हर दिन करना चाहिए। इससे आपको दो फायदे होंगे, एक तो आपका शरीर स्वस्थ और सॉलिड होगा। दूसरा आपकी नींद की समस्या दूर हो जाएगी।  मैंने ऊपर neend na aane ka karan मैं बताया था, की सोने के लिए दिमाग का शांत रहना बहुत जरूरी है। यह सब करने से आपका दिमाग स्ट्रेस फ्री रहता है।

  • अगर neend na aaye to kya kare यह आपको सोचना नहीं है, बल्कि अब तो आपको करना ही है।  आप भी जल्द से जल्द अपनी इस समस्या से छुटकारा पाना चाहते हैं, तो योग, व्यायाम इन सबको आपको आज से ही शुरू कर देना चाहिए।
3. स्क्रीन टाइम कम करें:
  • आजकल जो neend na aane ka karan है उनमें यह स्क्रीन टाइम सबसे बड़े होते हैं। जिसको मैंने ऊपर देर रात तक जगना लिखा था। अगर आपको बेहतर, अच्छी और स्वस्थ नींद लेनी है। तो सोने से कम से कम एक घंटे पहले मोबाइल, कंप्यूटर, और टीवी से दूर हो जाएं। इनसे निकलने वाली नीली रोशनी नींद के लिए हानिकारक हो सकती है।

अगर हम ऐसा नहीं करते हैं तो इसका साइड इफेक्ट पता है, क्या होता है। हम टीवी, मोबाइल, या लैपटॉप, कंप्यूटर किसी को भी तुरंत बंद करके अगर सोते हैं। तो उसमें हम जो भी चित्र, मूवी वगैरा जो भी देखते हैं। वह पूरी रात हमारे मन में घूमते ही रहते हैं। उसमें जो आवाज सुनते हैं वही हमें सपने में भी से दिखाई, या सुनाई देती है।

  • शायद आप नहीं जानते इसका सबसे बड़ा साइड इफेक्ट क्या होता है। हम सो तो जाते हैं, लेकिन हमें हेल्दी नींद फिर भी नहीं मिल पाती है। कई लोग तो मुझे जाकर पूछते हैं। सर मुझे पूरी रात Mind का भारीपन रहता है। या फिर कोई चित्र या आवाज सुनाई या दिखाई देती हैं। इसका मुख्य कारण यही सब होता है। अगर neend na aaye to kya kare इस बारे में परेशान है। अगर आप यह सब करते हैं तो तुरंत आज से ही बंद कर दें।
4. कैफीन और भारी भोजन से बचें:
  • सोने से पहले चाय, कॉफी, या भारी भोजन न करें। बल्कि जितना काम हो सके उतना कम कॉफिन का इस्तेमाल करें। वह भी 6:00 बजे से पहले पहले ही कर ले तो ज्यादा बेहतर होता है। कई लोगों का मानना है कि शाम को ज्यादा भोजन भी ना करें। पर मैं इस बात को नहीं मानता हूं।

मेरे हिसाब से आपको शाम के समय दबा के खाना खाना चाहिए। हो सकता है इससे आपका वेट थोड़ा बढ़ जाए। पर नींद तो इससे आपको बहुत ही बेहतरीन आएगी। एक बात और याद रखें खाली पेट हमेशा नींद कम ही आती है। पर इसमें कंडीशन यह है कि आपको हमेशा नेचुरल और सादा खाना, खाना चाहिए। चिकन मटन और अंडा अगर आप शाम के समय खा रहे हैं तो सबसे अच्छे तरीका यह है आप 7:00 से पहले पहले ही इनको दबा के खाएं।

  • दबा के खाने का मतलब यह है कि इतना भी ना खाएं कि यह पेट से बाहर निकले, बल्कि इतना खाएं कि जो अगले तीन घंटे में हजम हो जाए।  चिकन मटन और अंडा अगर आप 9 या 10 बजे के बीच में खा रहे हैं तो यह neend na aane ka karan भी बन जाता है। शाम के खाने का सही टाइम शाम 6:00 बजे से 9:00 के बीच में होता है। 10:00 बजे के बाद आपको कभी भी खाना नहीं खाना चाहिए। हां कोई मजबूरी या इमरजेंसी है, तो बात अलग होती है। कोशिश करें आप 8:00 से पहले ही खाना खा ले।

5. नियमित सोने का समय:

क्या खाएं और क्या ना खाएं। क्या करें और क्या ना करें। अभी तक आप यह तो जान गए पर अब आप एक और जरूरी बात भी जान लीजिए। नियमित सोने का समय और नियमित जागने का समय भी हमारी नींद के लिए बेहतरीन होता है। हर दिन एक ही समय पर सोने और जागने की कोशिश करें, ताकि आपकी बॉडी क्लॉक सेट हो जाए।

  • अगर neend na aaye to kya kare आप भी इस बारे में सोच रहे हैं, तो आपको नियमित सोने और जागने का समय तो बनाना ही होगा। मेरे हिसाब से 10 से 11 के बीच में सो जाना चाहिए। रात 11:00 के बाद जागना नहीं चाहिए। हां कोई इमरजेंसी या मजबूरी है तो बात अलग है।
    अगर आप जल्दी टाइम निकाल लेते हैं तो आप 10:00 बजे से पहले भी सो सकते हैं, यह और भी अच्छा होता है। हमेशा कोशिश करें कि 11:00 के बाद ना जागे। अगर आप जानबूझकर ऐसा करेंगे, तो यह neend na aane ka karan भी बन जाता है।
  • उच्च रक्तचाप का उपचार (High Blood Pressure Treatment)

6. चिंताओं को दूर करें:

  • अगर कोई चिंता या तनाव है, तो उसे दूर करें। यहां एक समस्या यह है, कि हम यह समझ ही नहीं पाते कि अपनी समस्या या तनाव को कैसे दूर करें। उसके लिए आपको अपनी समस्या को या जो भी है उसको ही किसी डायरी में लिखें दें। कई बार लिखें और बार-बार भी लिखें।  इसे आपका दिमाग हल्का हो जाएगा।

इस ट्रिक से आपकी चिंता और स्ट्रेस तो खत्म होगी। साथ ही जो भी आपकी समस्या है, उसे समस्या का समाधान मिलने का भी आपको 99% चांस मिल जाता है। यह ट्रिक बहुत काम करती है। बड़े-बड़े व्यापारी, बिजनेसमैन और लेखक इस ट्रिक को आजमाते हैं। खास कर जब उनको किसी खास समस्या का समाधान ढूंढना हो।

पढ़ना या हल्की गतिविधि:

आपने अभी तक सब कुछ किया पर फिर भी नींद तो नहीं आ रही है, क्या करें। अगर नींद नहीं आ रही है, और पूरा-पूरा परेशान हो रहे हैं, आपने सब कुछ सेट करके रखा है। फिर भी नींद नहीं आ रही तो यह ट्रिक तो हंड्रेड परसेंट काम करती है। इस ट्रिक को करने के लिए आपको अपने मजहब की एक किताब लेनी होगी।

मजहब की किताबों का लिखने का मेरा मुख्य उद्देश्य है। मजहब कि किताबें में हम इंसानों का जीने का तरीका‌ हम इंसानों के इबादत (पूजा) करने का तरीका।  हम इंसानों का बीमारियों से लड़ने का तरीका जैसी कई और बातों के बारे में बताया गया है।  मेरे हिसाब से हम इंसान इन किताबों को पढ़ना तो चाहते हैं, पर शैतान यह नहीं चाहता कि हम इन किताबों को पढ़ें। क्योंकि शैतान हमें हमेशा भटकता रहता है।

मेरा मानना है जब भी हम कोई धार्मिक कार्य करते हैं, तो हमारा तन और मन दोनों रिलैक्स हो जाते हैं। जिससे हमारे शरीर में सकारात्मक बढ़ जाती है, और हमें जल्दी नींद आ जाती है। भले ही आप धार्मिक किताब ना पढे,पर कोई भी ऐसी ज्ञान की किताब पढ़े जिससे आपको नॉलेज हासिल हो रही हो, इससे भी आपका तन और मन दोनों शांत होते हैं।

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https://youtu.be/1PLTyXpSlzA?si=DENx_q0-BBwUvPUH

आज के इस वैज्ञानिक युग में लोग इस बात को ज्यादा नहीं मानते हैं, पर मैं एक डॉक्टर होने के बाद इसको सही मानता हूं। आप माने या ना माने वह आपकी मर्जी। अगर neend na aaye to kya kare  इस बारे में ज्यादा परेशान है, तो एक बार इसको जरूर ट्राई करें। ट्राई करने के बाद कमेंट सेक्शन में मुझे जरूर बताएं।

यह कुछ ऐसी Tricks है, जो हमेशा और हर बार काम करती हैं। इनमें कभी भी आपको neend ki goli ka naam बताओ को सर्च नहीं करना पड़ता। अगर फिर भी नींद नहीं आ रही है, तो किसी डॉक्टर से सलाह लेना बेहतर होगा, क्योंकि इसके पीछे कोई और कारण हो सकता है।

निष्कर्ष: neend na aane ka karan

इस पोस्ट में हमने neend na aane ka karan को काफी अच्छे तरीके से जान लिया है। साथ ही अगर neend na aaye to kya kare मैं उम्मीद करता हूं कि आप बेहतर तरीके से समझ गये होंगे। मुझे लगता है अब आपको कभी भी neend ki goli ka naam बताओ सर्च नहीं करना पड़ेगा।

अभी भी कुछ चीज बाकी रह गई है। जैसे: नींद के फायदे क्या हैं। और साथ ही नींद क्यों जरूरी है हमारी सेहत के लिए। और कैसे आरामदायक नींद के लिए हमें क्या खाना चाहिए। यानी कौन सी दवा खानी चाहिए जो नेचुरल हो। हम अगले आर्टिकल में लिखेंगे क्योंकि यह आर्टिकल पहले ही काफी लंबा हो चुका है। इसलिए आप इंतजार जरूर करें।

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