धतूरा का फूल, जिसे अंग्रेजी में “Datura” के नाम से जाना जाता है, एक विशेष प्रकार का पौधा है जो अपनी विशिष्टता और विषाक्त गुणों के लिए प्रसिद्ध है। यह पौधा मुख्यतः गर्म और समशीतोष्ण क्षेत्रों में पाया जाता है और इसे कई प्रकार की पारंपरिक और औषधीय में उपयोगों के लिए जाना जाता है।
dhatura ka phool कैसा होता है?
धतूरा का पौधा ऐक झाड़ीदार होता है। इसकी ऊंचाई लगभग–लगभग 1 से 2 मीटर तक हो सकती है। dhatura ka phool बड़े और घंटी के आकार के होते हैं, जो सफेद,या फिर गुलाबी, या फिर बैंगनी रंग के भी हो सकते हैं। धतूरा के फूल की खुशबू तीव्र होती है, जो इसे आसानी से पहचानने में मदद करती है। इसके फूल काफी जहरीले होते हैं। इसके फूलों के अलावा, इसके पत्ते और बीज भी जहरीले होते हैं।
dhatura ka phool खाने से क्या होता है?
dhatura ka phool, पत्ते, और बीज सभी हिस्से बहुत ज्यादा जहरीले होते हैं। अगर कोई व्यक्ति गलती से या जानबूझकर dhatura ka phool खा लेता है, तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। वैसे तो धतूरा का कभी भी बिना किसी एक्सपर्ट के इस्तेमाल करना नहीं चाहिए। फिर भी अगर किसी ने गलती से इसका इस्तेमाल कर लिया है। तो धतूरा के सेवन से निम्नलिखित लक्षण हो सकते हैं:
1. चक्कर आना और बेहोशी: धतूरा का सेवन करने से व्यक्ति को चक्कर आ सकते हैं और वह बेहोश भी हो सकता है।
2. हृदय गति में परिवर्तन: धतूरा का प्रभाव हृदय गति पर भी पड़ता है, जिससे हृदय की गति अनियमित हो सकती है।
3. मतिभ्रम: व्यक्ति को मतिभ्रम और भ्रम की स्थिति हो सकती है, जहां वह वास्तविकता से दूर हो सकता है।
4. मांसपेशियों में जकड़न: धतूरा के सेवन से मांसपेशियों में जकड़न और ऐंठन हो सकती है। इस जकड़न में अगर जकड़न से काफी ज्यादा दर्द होता है।
5. मृत्यु: अगर किसी ने धतूरा की मात्रा लिमिट से ज्यादा इस्तेमाल कर ली तो उसकी मृत्यु हो सकती है। यही वजह है कि धतूरा का इस्तेमाल करना काफी खतरनाक होता है।
यहां पर मैं आपको एक और बात बताता चलूं। के धतूरा के बहुत सारे साइड इफेक्ट है, मानता हूं, पर उसके बहुत ज्यादा फायदे भी है। वह हम अगली पोस्ट में ही जानेंगे। हालांकि इसके ऊपर मैंने एक वीडियो भी बनाई है। मेरे यूट्यूब चैनल मेवाती दवाखाना पर। यहां समस्या यही है, कि इसको सावधानी के साथ इस्तेमाल करना पड़ता है।
धतूरा के साइड इफेक्ट्स dhatura side effects
धतूरा का सेवन अत्यंत खतरनाक होता है और इसके कई गंभीर dhatura side effects होते हैं। इस वजह से ज्या
दातर डॉक्टर धतूरा का इस्तेमाल करने से मना करते हैं। पर इसके फायदे भी बहुत ज्यादा है फायदे को हम आगे जानेंगे पहले जान लेते हैं। धतूरा के इन साइड इफेक्ट्स में कौन-कौन सी समस्या शामिल हैं:
1. गंभीर पाचन समस्याएं: धतूरा का सेवन करने से उल्टी, दस्त और पेट में दर्द हो सकता है। पर इसमें एक बात याद रखनी है यह काफी tirvagati से काम करता है।
2. मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र पर प्रभाव: यह तंत्रिका तंत्र पर असर डालता है, जिससे मानसिक समस्याएं, मतिभ्रम, और भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। अगर इसको सिंपल भाषा में समझाऊं तो आपका माइंड सही तरीके से काम नहीं करने लगेगा। आप यह समझने में ही समर्थ होंगे, कि मैं खुद कौन हूं। भूल जाएंगे आप।
3. दृष्टि में धुंधलापन: धतूरा के सेवन से दृष्टि में धुंधलापन और आंखों में जलन हो सकती है। कई बार तो आपको दिखाई देना भी बंद कर सकता है।
4. श्वास संबंधी समस्याएं: धतूरा का प्रभाव श्वसन तंत्र पर भी पड़ता है, जिससे सांस लेने में कठिनाई हो सकती है। सांस को रोकने का भी काम करता है धतूरा।
5. मृत्यु का खतरा: जैसा कि पहले बताया गया है, उच्च मात्रा में धतूरा का सेवन जानलेवा हो सकता है। हां पर यह बात जरूर है, कि इसका सही मात्रा में सेवन करना ज्यादा नुकसान नहीं करता है। बल्कि नुकसान ही नहीं करता है।
6. नोट: आप सभी को एक खास बात याद रखनी है। अगर गलती से किसी ने धतूरा का सेवन कर लिया है, तो कोशिश करें कि जितना ज्यादा पुराना हो सके उतना ज्यादा पुराना गुड़ उसको खिलाएं। इससे उसकी यह समस्या बहुत जल्द ही कंट्रोल में आ जाएगी।
धतूरे का तेल क्या काम में आता है? What is the use of Dhatura oil?
धतूरे का तेल हमारी हड्डी, यो जोड़ो, और मांसपेशियों, के दर्द को दूर करने में काम आता है। जब भी हम ज्यादा थकान या किसी भी वजह से हमारे जोड़ो, मसल्स, मांसपेशियों, कहीं पर भी दर्द हो तो इस समय हम धतूरे का तेल का उपयोग करते हैं। धतूरे का तेल ऑर्गेनिक आयुर्वेदिक होता है इस वजह से इसका कोई भी साइड इफेक्ट देखने को नहीं लगता है। यह बात आप ध्यान रखें इसको खाना नहीं है, पीना नहीं है, वरना आपको फायदा कम नुकसान ज्यादा होगा।
datura oil used
धतूरे की तासीर गर्म मानी जाती है। इस वजह से इसके तेल का महत्व और भी ज्यादा बढ़ जाता है। मैंने ऊपर भी बताया जोड़ों के दर्द, और मांसपेशियों के दर्द, में धतूरे का तेल का इस्तेमाल किया जाता है। पर प्रॉब्लम यह है कि इसको इस्तेमाल कैसे किया जाए। आपको धतूरे का तेल लेना है जिस भी जगह आपका दर्द हो रहा है। उसी जगह इसकी अच्छी तरीके से मसाज करनी है। ऊपर से आपको धतूरे का पत्ता उसी जगह बांध लेना है, हल्का सा गर्म करके।
नोटिस: धतूरे का पत्ता या फिर धतूरे के तेल का रीड की हड्डी में इस्तेमाल न करें कभी भी। रीड की हड्डी में जब भी धतूरे का इस्तेमाल करते हैं तो उसके रिजल्ट बहुत ही खराब आते हैं यह मेरा खुद का पर्सनल एक्सपीरियंस से।
निष्कर्ष dhatura ka phool
dhatura ka phool प्राकृतिक रूप से बहुत-बहुत सुंदर होता है, लेकिन यह अत्यंत जहरीला भी होता है। इसे सजावटी पौधे के रूप में उपयोग किया जा सकता है। यहां पर एक बात का खास ध्यान रखें, इसके किसी भी हिस्से का सेवन नहीं करना चाहिए। यदि किसी को धतूरा का सेवन करने की शंका हो, तो तुरंत चिकित्सा सहायता लेनी चाहिए। धतूरा के इन dhatura side effects के प्रभावों को ध्यान में रखते हुए, इसे बच्चों और जानवरों की पहुंच से दूर रखना Very important है।